मुम्बई, आखिर किया वही जो तुझे करना था
वोट के नाम पे तुझे तो वेकेशन करना था
30 की छुट्टी लगा के, मस्त किया तूने प्लान
भाड़ में जाये वोट, अपुन को तो मस्ती से है काम
2 महीने पहले से ही बनाया होगा प्रोग्राम
27 को ही निकल पड़े होगे,3-4 दिन के लिए करने आराम
5 दिन के छुट्टी के बाद लगोगे एकदम फ्रेश
फिर लग जाओगे देने तुम नेताओं को उपदेश
ऐसी क्या मजबूरी थी जो याद रहा न तुमको देश
सबसे बड़ी अधिकार की तुमको चिंता नही थी लेश
अब कभी भी मुह न खोलना, न करना कोई शिकायत
अपना कर्तव्य का ध्यान नही यदि, क्या हो मुम्बईकर कहलाने के लायक